कांग्रेस इस तरह के कारनामे पहले भी कर चुकी है, इंदिरा गाँधी के समय 2 कांग्रेसी नेताओं ने एक प्लेन को हाईजैक किया था, बाद में दोनों को कांग्रेस ने टिकेट दिया था
साल 2014 में नरेंद्र मोदी अपना चुनावी प्रचार कर रहे थे, इस दौरान वो बिहार की राजधानी पटना के गाँधी मैदान पहुंचे थे, गाँधी मैदान में मोदी की रैली में लाखों लोगो की भीड़ जुटी थी और उस रैली में बम ब्लास्ट किया गया था
मकसद था ब्लास्ट कर कई लोगो को मौत के घाट उतारना और जबरजस्त तरीके से भगदड़ मचाना ताकि नरेंद्र मोदी को भी मारा जा सके, पर प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से आतंकवादी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सके
मैदान में कई बम निष्क्रिय कर दिए गए थे, कुछ में छोटे ब्लास्ट भी हुए थे पर भगदड़ नहीं मची, इस ब्लास्ट में आफताब आलम का नाम सामने आया था, ये माओवादी पार्टी से जुड़ा हुआ है उसी पार्टी से जिस पार्टी से कविता कृष्णन जैसे अर्बन नक्सली जुड़े हुए है
अब बिहार में चुनाव हो रहे है और कांग्रेस RJD और वामपंथी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है, महागठबंधन ने बिहार की औराई सीट वामपंथी पार्टी को दी है और कांग्रेस वामपंथी पार्टी का यहाँ जोरदार समर्थन कर रही है और औराई सीट पर उसी आफताब आलम को टिकेट दे दिया गया है
आफताब आलम नामांकन करने पहुंचा तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया
इसके ऊपर कई मामले चल रहे है पर इस दुर्दांत का कांग्रेस गठबंधन ने टिकेट कैंसिल नहीं किया और इसका जमकर प्रचार और समर्थन किया जा रहा है
इस से पहले कांग्रेस ने दरभंगा से मशकूर उस्मानी को भी टिकेट दिया है जो की अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्नाह का समर्थन कर रहा था, कांग्रेस देशद्रोहियों और आतंकवादियों दोनों को चुनावी टिकेट दे रही है
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