“लव जिहाद अब और नहीं”, हिन्दू लड़कियों को निशाना बनाने वाले जिहादियों के खिलाफ योगी सरकार लाएगी अध्यादेश
लव जिहादियों- UP छोड़ने का समय आ गया है!
उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रहे लव जिहाद के मामलों से ठनका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का माथा अब इन जिहादियों के लिए मुसीबत बनेगा क्योंकि योगी सरकार अब यूपी में इस लव जिहाद के खिलाफ अध्यादेश लाने की तैयारी कर चुकी है। इस अध्यादेश के जरिए योगी सरकार उन जिहादियों को सबक सिखाएगी जो हिन्दू युवतियों से शादी के बाद जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं।
बढ़ रहे हैं लव जिहाद से मामले
उत्तर प्रदेश में लगातार लव जिहाद और धर्म परिवर्तन के मामले बढ़ रहे हैं। कानपुर, मेरठ, लखीमपुर-खीरी, हमीरपुर, ललितपुर इटावा समेत कई जिलों से आए दिन लव जिहाद को अंजाम देने की खबरें सामने आ रहीं हैं। जिससे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गुस्सा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
कानू़न से लगेगी लगाम
अधिकारियों की सख्ती के बावजूद प्रदेश में धर्म परिवर्तन का ये खुल्ला-खेल चल रहा है जिसके बाद अब योगी सरकार उन जिहादियों को सबक सिखाने के लिए एक सख्त अध्यादेश लेकर आने वाली हैं। इसको लेकर कानून विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “इसके पीछे हाल में सामने आए लव जिहाद के कथित मामले हैं, ऐसे 11 केस सिर्फ कानपुर जिले से ही सामने आए हैं। विभिन्न राज्यों में मौजूद धर्म परिवर्तन विरोधी कानून किसी शख्स को धर्म परिवर्तन करवाने या उसकी कोशिश करने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोकता है। उत्तर प्रदेश में इस कानून को बनाने से पहले हम अन्य राज्यों में लागू इस कानून का अध्ययन और विचार विमर्श कर रहे हैं। इस कानून के आ जाने के बाद जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराना मुश्किल हो जाएगा।”
इन राज्यों में है कानून
लव जिहाद को लेकर उत्तर प्रदेश की सरकार पर आरोप लगते हैं कि वो जानबूझकर इस मुद्दे को धार्मिक एंगल देती है। वामपंथी पक्ष लगातार इस मुद्दे के लिए योगी और बीजेपी को ही घेरते रहते हैं। ऐसे में जब उत्तर प्रदेश में ये कानून बनेगा तब फिर वो वामपंथी गिरोह योगी पर धार्मिक आधार पर कार्य करने का आरोप लगाएगा। लेकिन ऐसा नहीं है कि ये कानून केवल उत्तर प्रदेश के योगीराज में ही बन रहा है। देश के 8 राज्यों में धर्म परिवर्तन और लव जिहाद से जुड़ा ये कानून पहले से ही लागू है। सबसे पहले ये कानून उड़ीसा में 1967 में बना था जिसके बाद 1968 में मध्य प्रदेश ने इसे अपनाया है। वहीं हिमाचल प्रदेश, गुजरात, झारखंड, छत्तीसगढ़ अरुणाचल प्रदेश में भी इस कानून को काफी पहले ही लागू किया जा चुका है।
इस अध्यादेश का मुख्य उद्देश्य उन जिहादियों को सबक सिखाना है जो लगातार प्रेम में फंसाकर हिंदू युवतियों से निकाह करते हैं और बाद में जबरन उनसे धर्म परिवर्तन करवाते हैं। वहीं इस सख्त रवैए से योगी आदित्यनाथ ये भी संदेश देंगे कि उत्तर प्रदेश में धर्म के नाम पर किसी भी तरह का जिहाद स्वीकार नहीं किया जाएगा और जो इस सरकार की नीतियों के खिलाफ जाएगा उस पर फिर योगी सरकार अपना हंटर चलाएगी।
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