नई दिल्ली: आतंकियों पर कार्रवाई में भारत की बडी जीत हुई है। आखिरकार पाकिस्तान ने मान लिया है कि अंडरवर्ल्ड डॉन और मुंबई धमाके का मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में ही है और कराची के क्लिफटन में रहता है। दाऊद और उसके गैंग की चल और अचल संपत्ति जल्द ही जब्त होगी। दाउद, हाफिज, लखवी समेत 88 आतंकियों पर पाकिस्तान सरकार ने कार्रवाई की तैयारी कर ली है।
भारत ने पहले ही बता दिया था
उल्लेखनीय है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की 'डी कंपनी' के मुद्दे को भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में उठाया था। भारत ने कहा था कि इस्लामिक स्टेट की तरह ऐसे खतरों पर भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मिलकर एक्शन लेना चाहिए।
UNSC में आतंकवाद और ऑर्गनाइज्ड क्राइम पर खुली बहस के दौरान भारत ने कहा कि 1993 मुंबई बम धमाकों के आरोपी को 'पड़ोसी देश' में शह मिलती है। भारत ने कहा कि 'पड़ोसी मुल्क' हथियारों की तस्करी और नारकोटिक्स ट्रेड का हब बन गया है। इसके अलावा यूएन से प्रतिबंधित कई आतंकियों और आतंकी संगठनों को भी वहां पनाह मिलती है।
UNSC में भारत ने कहा,
"डी कंपनी एक ऑर्गनाइज्ड क्राइम सिंडिकेट है जो सोने और जाली करेंसी की तस्करी किया करता था। 1993 में मुंबई में बम धमाकों की सीरीज को अंजाम देकर वह रातोंरात सिंडिकेट एक आतंकी संस्था में बदल गया। दाऊद इब्राहिम और उसकी डी कंपनी, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों और प्रतिबंधित व्यक्तियों से खतरों के प्रति भी ऐसे ही फोकस की जरूरत है। इससे मानवता का फायदा होगा।"
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