नई दिल्ली, 3 अगस्त: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जिसके बाद उन्हें डॉक्टर्स की सलाह पर मेदांता अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, गृहमंत्री अमित शाह ने खुद भी अपने ट्विटर हैंडल पर खुद को कोरोना पॉजिटिव होनें की पुष्टि की, अमित शाह के कोरोना पॉजिटिव होनें के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर ने राजनीति शुरू कर दी है।
शशि थरूर ने कोरोना से संक्रमित पाए गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को प्राइवेट अस्पताल मेदांता में भर्ती कराए जाने पर सवाल उठाया है। थरूर ने कहा है कि सार्वजनिक संस्थानों को शक्तिशाली करने की जरूरत है क्योंकि ये जनता के विश्वास को प्रेरित करते हैं।
बता दें कि 55 वर्षीय अमित शाह रविवार को कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और उन्हें गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गृह मंत्री शाह ने कहा था कि उनका स्वास्थ्य “ठीक” है, लेकिन उन्हें “डॉक्टरों की सलाह पर” अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
Shashi Tharoor
@ShashiTharoor
True. Wonder why our Home Minister, when ill, chose not to go to AIIMS but to a private hospital in a neighbouring state. Public institutions need the patronage of the powerful if they are to inspire public confidence.
𝓥𝓲𝓼𝓱𝓪𝓴𝓱 𝓒𝓱𝓮𝓻𝓲𝓪𝓷
@VishakhCherian
AIIMS, one of the “Temples of modern India”, a concept coined by @FirstPMOfIndia. These projects were part of his vision of development of modern India with a mix of heavy industries, scientific research institutes, educational institutions, financial orgs, etc. @ShashiTharoor
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने गृह मंत्री शाह के निजी अस्पताल में भर्ती होने पर सवाल उठाते हुए कहा है कि वे दिल्ली के प्रमुख अस्पताल AIIMS में भर्ती क्यों नहीं हुए। थरूर ने ट्वीट में लिखा है कि आश्चर्य है कि बीमार होने पर हमारे गृह मंत्री ने एम्स (AIIMS) में नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्य के एक निजी अस्पताल को कैसे चुना? सार्वजनिक संस्थानों को जनता के आत्मविश्वास को प्रेरित करने के लिए शक्तिशाली संस्थानों को ‘संरक्षण देने’ जाने की आवश्यकता है।
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