चीन से तनातनी के बीच US ने भारत को लेकर दिया बड़ा बयान, अमेरिकी रक्षामंत्री ने कही ये बड़ी बात

उन्होंने कहा, वर्तमान की बात करें तो यूएसएस निमित्ज हिंद महासागर में भारतीय नौसेना के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास कर रहा है। यह अभ्यास एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए नौसेना के सहयोग और समर्थन को मजबूत करने के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता का प्रदर्शन है।

नई दिल्ली। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका की ओर से मंगलवार को एक बड़ा बयान सामने आया है। अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर ने कहा है कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) में भारत-चीन के बीच जारी तनाव पर हमारी पैनी नजर है। बता दें कि पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच 15-16 जून की दरमियानी रात हिंसक झड़प हो गई थी। इस झड़प में सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, इस घटना में चीन के भी 43 जवान हताहत हुए थे। हालांकि, चीन ने हताहत हुए जवानों को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया था।

भारत और चीन के साथ सीमा विवाद के बीच अमेरिका और भारत की नौसेनाओं ने संयुक्त युद्धाभ्यास किया। इससे न सिर्फ चीन को भारत-अमेरिकी सहयोग को लेकर संदेश दिया गया बल्कि अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने सीधे तौर पर चीन पर निशाना भी साधा है। उन्होंने भारत के साथ अपने रक्षा संबंधों को ’21वीं सदी के सबसे अहम संबंधों में से एक’ बताया है और चीन की सेना को क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने का जिम्मेदार बताया है।

उन्होंने कहा, वर्तमान की बात करें तो यूएसएस निमित्ज हिंद महासागर में भारतीय नौसेना के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास कर रहा है। यह अभ्यास एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए नौसेना के सहयोग और समर्थन को मजबूत करने के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता का प्रदर्शन है।

उन्होंने कहा कि हम स्पष्ट रूप से भारत और चीन के बीच की स्थिति पर बहुत बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हम ये देख रहे हैं कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर क्या हो रहा है। हालांकि एस्पर ने यह भी कहा कि हम यह देखकर बहुत खुश हैं कि दोनों पक्ष इस स्थिति से बचने की कोशिश कर रहे हैं।

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