नई दिल्ली: पिछले 6 महीने से दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। दुनियाभर के वैज्ञानिक और डॉक्टर इस महामारी की रोकथाम के लिए वैक्सीन बनाने में लगे हैं। हालांकि दुनिया में 4 वैकसीन बनने के करीब हैं। लेकिन भारत ने एक बार फिर परमच लहराते हुए 15 अगस्त को कोरोना की वैक्सीन लॉन्च करने का दावा किया है।
ICMR ने कहा कि उसने भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (BBIL) के साथ स्वदेशी COVID-19 वैक्सीन के क्लीनिकल परीक्षण को तेजी से ट्रैक करने के लिए साझेदारी की है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कहा कि उसने भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (BBIL) के साथ स्वदेशी COVID-19 वैक्सीन (BBV152 COVID वैक्सीन) के परीक्षण को तेजी से ट्रैक करने के लिए साझेदारी की है।
एक आधिकारिक बयान में, ICMR के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि ICMR का लक्ष्य 15 अगस्त तक स्वदेशी COVID-19 वैक्सीन लॉन्च करना है। भारत बायोटेक को हाल ही में अपनी वैक्सीन कोवाक्सिन के क्लिनिकल परीक्षण के लिए मंजूरी मिली है।
'सर्वोच्च प्राथमिकता वाला प्रोजेक्ट'
यह भारत द्वारा विकसित किया जा रहा पहली स्वदेशी वैक्सीन है और सर्वोच्च प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से एक है, जिसे सरकार के टॉप स्तर पर निगरानी में रखा जा रहा है। वैक्सीन SARS-CoV-2 से स्ट्रेन को निकालकर बनाई जा रही है, जिसे ICMR-National Institute वायरोलॉजी पुणे द्वारा अलग किया गया है। बयान में कहा गया है कि आईसीएमआर और बीबीआईएल संयुक्त रूप से इस वैक्सीन के पर काम कर रहे हैं। बयान में कहा गया, 'यह 1 क्लीनिकल ट्रायक के पूरा होने के बाद 15 अगस्त 2020 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपयोग के लिए लॉन्च हो सकती है। बीबीआईएल लक्ष्य को पूरा करने के लिए तेजी से काम कर रहा है, हालांकि अंतिम क्लीनिक ट्रायक परीक्षण साइटों के सहयोग पर यह निर्भर करेगा।' एक अधिकारी ने कहा कि देश के शीर्ष चिकित्सा निकाय ने देश के पहले स्वदेशी COVID-19 वैक्सीन के परीक्षण के लिए ओडिशा सहित 12 संस्थानों का चयन किया है।
भारत ने पिछले 24 घंटों में 19,148 नए COVID-19 मामले दर्ज किए। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा साझा किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में मरने वालों की तादाद 434 है। इसके साथ ही भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले 6,04,641 पर आ गए, जिनमें 2,26,947 सक्रिय मामले और 3,59,960 ठीक हो गए/छुट्टी दे दी गई। अब तक कोरोना वायरस के कारण 17,834 लोगों की मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, महाराष्ट्र 1,80,298 मामलों के साथ देश में शीर्ष पर है। जबकि याहं पर 79,091 सक्रिय मामले हैं। 93,154 लोगों को अब तक डिस्चार्ज/ठीक किया जा चुका है। राज्य में मरने वाले लोगों की संख्या 8,053 है।
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