15 जून की रात को चीन के 2500 सैनिको ने भारत के 500 सैनिको पर हमला किया था, ये हमला चीन की ऐतहासिक भूल थी, क्यूंकि चीन ने पिछले कई दशकों से जो हौवा बनाया हुआ था उसकी हकीकत सामने आ गयी
चीन ने बड़े पैमाने पर मीडिया हाउसेस को पैसा खिलाया है, और इसी पैसे के दम पर चीनी सेना की संख्या इतनी है, चीन के पास इतने टैंक है, चीन के पास इतने मिसाइल है, इतने लड़ाकू जहाज है, इत्यादि इत्यादि का खूब बखान किया गया है
ताइवान हमेशा से कहता आया है की चीन कागज का शेर है, इसकी सेना सिर्फ पेपर पर है, ये सिर्फ दिखाने के लिए है लड़ने के लिए नहीं, और ये बात भारतीय सेना और भारत की सरकार को 15 जून को पता चल गयी
भारतीय सेना और सरकार के हौंसले अब बुलंद है और चीन को एक बड़ी सजा देने की पूरी तैयारी कर ली गयी है, भारत ने अब अपने सभी सैनिको की छुट्टियाँ रद्द कर दी है, आर्मी, एयर फाॅर्स और नेवी तीनो सेनाओं की छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है और सैनिको को वापस बुलाया गया है
साथ ही साथ आपको ये भी बता दें की 45 हज़ार सैनिको को लद्दाख बॉर्डर की ओर रवाना भी कर दिया गया है, साथ ही साथ सुखोई, ब्रह्मोस, अपाचे, टैंक्स भी रवाना किये गए है
भारत पूरी तैयारी में है और ये तैयारी किसी छोटे मोटे एयर स्ट्राइक या सर्जिकल स्ट्राइक की नहीं बल्कि ये तैयारी चीन पर चढ़ाई की है और भारत की नजर अब अपने हिस्से पर है जो नेहरु के काल से ही चीन के कब्जे में है जिसे अक्साई चीन कहा जाता है
चीन के कुकर्मो की सजा तो चीन को कभी न कभी मिलनी ही थी, दुनिया अमेरिका की ओर देख रही थी पर असल में चीन को बुरी मौत कोई और नहीं बल्कि भारत ही मरेगा, और चीन ने 15 जून को जो गलती की है वो उसपर इतनी भारी पड़ने वाली है की इतिहास इसे हमेशा याद रखेगा
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