देश का 'सम्मान' जरूरी या चीन का 'सामान'?

सरकार चीन की कंपनियों को दिए गए टेंडर्स को रिव्यू कर रही है चीन पर निर्भरता कम करने की तैयारी हो रही तो देश की जनता भी इस मुहिम में आगे आ गई है.
नई दिल्ली: आज हम आपको सबसे पहले एक शुभ समाचार देना चाहते हैं. समाचार ये है कि हिंदी चीनी बाय बाय की जो मुहिम हमने शुरू की थी उसे पूरे देश से जबरदस्त समर्थन मिला है. पूरे देश में चीन में बने सामानों और चीन की नीतियों का विरोध शुरू हो गया. सरकार चीन की कंपनियों को दिए गए टेंडर्स को रिव्यू कर रही है चीन पर निर्भरता कम करने की तैयारी हो रही तो देश की जनता भी इस मुहिम में आगे आ गई है. आज दिनभर देश के कई शहरों से ऐसी तस्वीरें आईं जिनमें चीन के प्रति लोगों ने अपने क्रोध को जाहिर किया. 

कोलकाता, दिल्ली, कानपुर, मुंबई और वाराणसी जैसे शहरों में लोगों ने अलग-अलग तरीकों से चीन का विरोध किया. ये दरअसल चीन के प्रति वो भावना है जिसे देश की जनता सड़कों पर बयान कर रही है. एक राष्ट्र के तौर पर आप शायद सीमा पर जाकर तो चीन से नहीं लड़ सकते हैं. लेकिन ये एक अच्छी शुरुआत है. क्योंकि हमें लगता है कि कोई भी सामान देश के सम्मान से बढ़कर नहीं हो सकता. इसलिए आज हम सम्मान Vs सामान के नाम से एक और मुहिम शुरू कर रहे हैं. इसके लिए हमने इसी नाम से एक हैशटैग बनाया है. आप चाहें तो इस #SammanVsSaamaan पर ट्विट करके अपनी बात हम तक और पूरी दुनिया तक पहुंचा सकते हैं.

हमेशा याद रखिए कोई सामान आप भारी डिस्काउंट पर तो खरीद सकते हैं लेकिन सम्मान बेशकीमती होता है और इसे कड़ी मेहनत और पुरुषार्थ के दम पर ही हासिल किया जा सकता है. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत के लोगों ने ब्रिटेन में बने कपड़ों की होली जलाई थी और इसने ब्रिटिश साम्राज्य को कड़ा संदेश दिया था. हमें लगता है कि आजादी के कई दशकों के बाद हमें एक बार फिर ऐसा ही विरोध जताना होगा.


अब आपको भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद में क्या अपडेट है उसके बारे में बताते हैं. 

गुरुवार को भारत के विदेश मंत्रालय ने चीन से स्पष्ट तौर पर कहा है कि वो अपनी सीमा में रहे, और LAC में बदलाव के लिए एकतरफा कार्रवाई ना करे. भारत ने कहा है कि गलवान घाटी में जो हुआ है, उसका जिम्मेदार चीन है और ये हमला चीन ने सुनियोजित तरीके से किया. विदेश मंत्रालय ने ये भी कहा कि भारत अपनी संप्रभुता और अखंडता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.

दूसरी बड़ी बात ये है कि चीन से जुड़ी पूरी LAC पर हाई अलर्ट है. लद्दाख से लेकर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में सेना पूरी तरह से तैयार है. उत्तरी, पश्चिमी और पूर्वी भारत के हर एयरबेस को अलर्ट कर दिया गया है. नौसेना के जहाज तैयार हैं, समुद्र में गश्त तेज हो गई है.


इसी बीच भारतीय वायुसेना ने रूस से 33 नए लड़ाकू विमान खरीदने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है. उधर, चीन का सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स लगातार चीन की सेना के कथित युद्धाभ्यास के प्रोपगेंडा वीडियो दिखा रहा है.

तीसरी बड़ी बात ये है कि गुरुवार को भारतीय सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारत का कोई भी सैनिक लापता नहीं है. इस तरह की कई खबरें अंतरराष्ट्रीय मीडिया में आ रही थीं कि भारत के कई सैनिक लापता हैं.

चौथी बड़ी बात ये है कि लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर गुरुवार को भारत और चीन के बीच मेजर जनरल स्तर की बातचीत फिर हुई. लेकिन इस बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला. शुक्रवार को फिर दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बातचीत होगी.

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