World War 3 की तरफ एक कदम और, चीन का काम-तमाम तय, अमेरिका ने पहली बार तैनात किये इतने भयानक हथियार

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर चीन और अमेरिका के बीच शुरू हुआ तनाव धीरे-धीरे जंग यानी तीसरे विश्व युद्ध (World War 3) ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। चीन ने अमेरिका और भारत पर दबाव बनाने के लिए जहां अपने शिआन एच-20 सुपर सोनिक बॉम्बर को तैनात करने के संकेत दिये हैं तो अमेरिका जंग की तैयारियों को मुकम्मल करते हुए अपनी सुपर सोनिक बॉम्बर यूनिट की इंडो पैसिफिक कमान क्षेत्र के ऊपर एयर ड्रिल की है। दरअसल, अमेरिका और चाईना एक दूसरे के खिलाफ मोर्चेबंदी कर रहे हैं। अमेरिका ने पहली बार इतने भयानक हथियारों (बॉम्बर्स) को पहली बार निकाला साउथ चाईना सी के पास तैनात किया।

अमेरिका ने युद्ध की परिस्थितियों में अपनी तैयारियों का जायजा लेने के लिए लंबी दूरी तक मार करने वाले छह बॉम्बर्स को उड़ाया है।

यह बॉम्बर्स यूएस स्ट्रैटेजिक कमांड ने यूरोपीय कमान और इंडो पैसिफिक कमान क्षेत्र में ऐसे वक्त में उड़ाया है जब दक्षिण चीन सागर में चीन के साथ तनाव बढ़ गया है। क्षेत्र में चीन और अमेरिका दोनों ने अपने सैन्य शक्तियों का जाल बिछाना शुरू कर दिया है।

इन बॉम्बर्स का युद्धक परीक्षण हाल ही में किया गया हैं। यूएस स्ट्रैटेजिक कमांड ने कॉम्बैटेंट्स कमांड के साथ मिलकर ये अभियान चलाया है। इस दौरान वाइटमैन एयरफोर्स बेस से दो बी-2 स्पिरिट बॉम्बर्स, मिनॉट एयरफोर्स बेस से 2 बी-52एच स्टैटोफॉर्ट्रेसेस और बार्कस्डले एयरफोर्स बेस से दो बी522एचएस उड़ाये गये है। दुनियाभर में संभावित संकट और चुनौतीपूर्ण की स्थिति को देखते हुए अमेरिका ने अपनी तैयारियों को परखने के लिए बॉम्बर्स उड़ाया।

चीन ने साउथ चाइना सी पर ध्यान केंद्रित करते हुए वहां अपना सैन्य जाल बिछा रहा है जिसपर अमेरिका बिफरा हुआ है। इसे देखते हुए अमेरिका ने भी अपने तीन युद्धपोत वहां तैनात कर लिए हैं। सैटलाइट से मिली तस्वीरों के मुताबिक, चीन ने वहां मिलिटरी बेस तैयार कर रखा है। इसने बिग थ्री कहे जाने वाले- सुबी, मिसचीफ और फियरी क्रॉस रीफ आधारभूत संरचनाएं खड़ी कर ली हैं। वहीं, वुडी आइलैंड पर भी एयरफील्ड मौजूद हैं। वहां, फाइटर जेट के साथ ही रेडार सिस्टम भी देखे जा सकते हैं।

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