लॉकडाउन के कारण अपना घर छोड़ने को मजबूर प्रवासी मजदूरों के लिए अच्छी खबर है। Indian Railways ने अब देश के हर जिले से श्रमिक स्पेशल ट्रेन (Shramik special trains) चलाने का फैसला किया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अब किसी भी जिले का कलेक्टर श्रमिकों की लिस्ट लेकर रेलवे से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग कर सकता है। इस तरह सभी जिला कलेक्टरों को अपने जिले से दूसरे स्थानों पर जाना चाह रहे प्रवासी मजदूरों की लिस्ट बनाने को भी कहा गया है। बता दें भारतीय रेल को पिछले 15 दिन में प्रवासी कामगारों को घर पहुंचाने के लिए राज्यों से 1,000 से ज्यादा ट्रेनों के परिचालन की अनुमति मिली है।
गुजरात से 350 ट्रेनों से भेजे गए 5 लाख कामगार
गुजरात से खबर है कि लॉकडाउन के दौरान प्रदेश से करीब 5 लाख मजदूरों को उनके गृह प्रदेशों तक भेजा जा चुका है। शुक्रवार देर रात तक 41 ट्रेन अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा व अन्य शहरों से 41 हजार कामगारों को लेकर रवाना हुईं। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के सचिव अश्वनी कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान अपने राज्य जाने के इच्छुक कामगारो और मजदूरों को Shramik special trains से भेजा जा रहा है।
गुजरात से अब तक 350 श्रमिक स्पेशल ट्रेन उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर के लिए रवाना हुईं। इन ट्रेनों में 4 लाख 70 हजार से अधिक कामगारों को उनके प्रदेश भेजा गया। सबसे अधिक ट्रेन उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए रवाना हुईं। गुजरात से कई कामगारों को बसों से भी भेजा गया है।
Indian railways ने अभी तक 932 ट्रेनों के जरिये 12 लाख से ज्यादा प्रवासियों को उनके घर पहुंचाया है। Shramik special trains तब और भी अहम हो जाती हैं तब रेलवे यह ऐलान कर चुका है कि रेग्युलर ट्रेनें 30 जून तक रद्द रहेंगी।
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