देश को आत्मनिर्भर बनाने की कवायद, PM ने दिया लोकल के लिए वोकल फॉर्मूला

इकोनॉमी के लिए 20 लाख करोड़ के सुपर पैकेज का ऐलान
संकट ने हमें सिखाया है कि लोकल को बढ़ाना है- पीएम
लोकल व्यवसाय और आत्मनिर्भरता पर पीएम मोदी का जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित करने हुए कहा कि संकट के समय लोकल ने ही हमें बचाया है, हमारी जरूरत पूरी की है. संकट ने हमें सिखाया है कि लोकल को बढ़ाना है. पीएम ने कहा कि न सिर्फ लोकल खरीदें बल्कि लोकल का प्रचार करें, लोकल के लिए वोकल बनें.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस बड़े ब्रांड को आज आप जानते हैं वो कभी लोकल ही था, लेकिन जब वहां लोगों ने उस पर गर्व करना शुरू किया तो ये लोकल से ग्लोबल बन गया.

इसलिए आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए वोकल बनना है, न सिर्फ लोकल प्रोडक्ट खरीदने हैं, बल्कि उसका गर्व से प्रचार करना है. मुझे विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में 20 लाख करोड़ के भारी भरकम आर्थिक पैकेज का ऐलान किया. पीएम ने कहा कि ये आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा. ये भारत की जीडीपी का लगभग 10 प्रतिशत है. इसके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को मजबूती मिलेगी.

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पीएम ने कहा कि इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ सभी पर बल दिया गया है. ये पैकेज लघु, कुटीर, एमएसएमई के लिए है, जो करोड़ों लोगों के लिए आजीविका का साधन है. ये पैकेज उस श्रमिक के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए परिश्रम करता है. ये पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है जो ईमानदारी से टैक्स देता है, ये पैकेज देश के उद्योग जगत के लिए है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल से इस पैकेज के बारे में विस्तृत जानकारी देंगी. हम बोल्ड रिफॉर्म्स करेंगे. पहले हुए रिफॉर्म्स की वजह से हमारी अर्थव्यवस्था संकट के समय भी अधिक सक्षम है. पीएम ने कहा कि, मित्रों कौन सोच सकता था कि संकट के समय भी भेजा गया पैसा मजदूरों के खाते में पहुंचेगा. अब रिफॉर्म्स को व्यापक करना है. ये खेती के क्षेत्र में होगा, ताकि किसान मजबूत हों और कोरोना संकट के समय उन पर कम से कम असर पड़े.

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इस पैकेज से हमारे सभी सेक्टर की क्षमता बढ़ेगी और क्वालिटी भी सुनिश्चित होगी. ये संकट इतना बड़ा है कि बड़ी से बड़ी व्यवस्था हिल गई. लेकिन इसी संकट के समय हमारे देश ने गरीबों की सहनशीलता का दर्शन किया. रेडी, ठेला लगाने वाले हमारे भाइयों ने बहुत कष्ट झेला है, आखिर कौन है जिसने उनकी कमी महसूस नहीं की होगी. अब उन्हें मजबूत करने का वक्त है. आर्थिक पैकेज में इनके लिए महत्वपूर्ण फैसलों का ऐलान किया जाएगा.

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