व्हाट्सऐप पर अफवाह फ़ैलाने, दिल्ली से यूपी-बिहारियों को भगाने के पीछे स्वयं केजरीवाल, सामने आ रही गंभीर बातें
यूपी-बिहार के मजदुर सिर्फ दिल्ली में नहीं है, ये बड़ी संख्या में मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, लुधियाना, कोलकाता जैसे शहरों में भी है पर भगदड़ सिर्फ दिल्ली में ही मची है, और इसके पीछे कोई और नहीं बल्कि खुद अरविन्द केजरीवाल है
कई बातें अब सामने आ रही है, पिछले 1 हफ्ते से ही यूपी बिहारियों को दिल्ली से भगाने की जैसे तैयारी सी चल रही थी, ये बात सामने आई है की दिल्ली में जिन इलाकों में यूपी-बिहारी मजदुर ज्यादा संख्या में रहते है उन इलाकों में लगातार पानी और बिजली की सप्लाई काटी जा रही थी, ताकि लोग पानी और बिजली से ही परेशान हो जाये
Abhinav Prakash
@Abhina_Prakash
Too many people telling the same story that Kejriwal government deliberately pushed out migrant workers from Delhi. Let’s not forget that Kejriwal has over the years pushed insidious ‘insider vs outsider’ narrative in Delhi.
आज 28 मार्च है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 मार्च को टीवी पर आकर जनता से रविवार यानि 22 मार्च को स्वयं जनता कर्फ्यू लगाने की अपील की थी, उसके बाद से ही केजरीवाल की सरकार ने हरकतें शुरू कर दी
बड़े पैमाने पर बिजली और पानी की सप्लाई के काटने की घटनाएं सामने आने लगी, केजरीवाल सरकार एक तरह से लोगो को परेशान करने लग गयी, इसके बाद नरेन्द्र मोदी देश में 21 दिनों के लॉक डाउन की घोषणा कर लोगो को उनके स्थान पर ही रहने की अपील की
यहाँ केजरीवाल ने लोगो को बिजली पानी से सताना शुरू कर दिया और 26 फ़रवरी को अचानक व्हाट्सऐप पर अफवाह फैलाई गयी की आनंद विहार बस अड्डे पर बसें चल रही है, लाल कुंवा बस अड्डे पर बसें चल रही है, कौशांबी में बसें चल रही है
बाकायदा डीटीसी यानि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाली बसों के जरिये लोगो को यूपी बॉर्डर पर छोड़ने का काम शुरू हो गया और वहां लोगो को कोई बसें नहीं मिली तो लोग पैदल ही अपने अपने जिलों में जाने लगे, फिर आज 28 मार्च से योगी सरकार ने 1000 बसों का इन्तेजाम किया है पर दिल्ली में अफवाह बाजी इतनी ज्यादा फैलाई गयी है की लाखों की संख्या में अब लोग पहुँचने लगे है और एक तरह से अराजकता का माहौल बन चूका है
DTC बसें अपने आप नहीं चलती, कोई ड्राईवर अपनी नौकरी खतरे में डालकर डीटीसी बसों को नहीं चलाता, लोगो को यूपी बॉर्डर पर केजरीवाल के इशारे पर ही छोड़ा गया, अफवाह फैलाकर लोगो को झूठ बोला गया की आनंद विहार, लाल कुंवा, कौशांबी में बसें तैयार है
कई बातें अब सामने आ रही है, पिछले 1 हफ्ते से ही यूपी बिहारियों को दिल्ली से भगाने की जैसे तैयारी सी चल रही थी, ये बात सामने आई है की दिल्ली में जिन इलाकों में यूपी-बिहारी मजदुर ज्यादा संख्या में रहते है उन इलाकों में लगातार पानी और बिजली की सप्लाई काटी जा रही थी, ताकि लोग पानी और बिजली से ही परेशान हो जाये
Abhinav Prakash
@Abhina_Prakash
Too many people telling the same story that Kejriwal government deliberately pushed out migrant workers from Delhi. Let’s not forget that Kejriwal has over the years pushed insidious ‘insider vs outsider’ narrative in Delhi.
आज 28 मार्च है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 मार्च को टीवी पर आकर जनता से रविवार यानि 22 मार्च को स्वयं जनता कर्फ्यू लगाने की अपील की थी, उसके बाद से ही केजरीवाल की सरकार ने हरकतें शुरू कर दी
बड़े पैमाने पर बिजली और पानी की सप्लाई के काटने की घटनाएं सामने आने लगी, केजरीवाल सरकार एक तरह से लोगो को परेशान करने लग गयी, इसके बाद नरेन्द्र मोदी देश में 21 दिनों के लॉक डाउन की घोषणा कर लोगो को उनके स्थान पर ही रहने की अपील की
यहाँ केजरीवाल ने लोगो को बिजली पानी से सताना शुरू कर दिया और 26 फ़रवरी को अचानक व्हाट्सऐप पर अफवाह फैलाई गयी की आनंद विहार बस अड्डे पर बसें चल रही है, लाल कुंवा बस अड्डे पर बसें चल रही है, कौशांबी में बसें चल रही है
बाकायदा डीटीसी यानि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाली बसों के जरिये लोगो को यूपी बॉर्डर पर छोड़ने का काम शुरू हो गया और वहां लोगो को कोई बसें नहीं मिली तो लोग पैदल ही अपने अपने जिलों में जाने लगे, फिर आज 28 मार्च से योगी सरकार ने 1000 बसों का इन्तेजाम किया है पर दिल्ली में अफवाह बाजी इतनी ज्यादा फैलाई गयी है की लाखों की संख्या में अब लोग पहुँचने लगे है और एक तरह से अराजकता का माहौल बन चूका है
DTC बसें अपने आप नहीं चलती, कोई ड्राईवर अपनी नौकरी खतरे में डालकर डीटीसी बसों को नहीं चलाता, लोगो को यूपी बॉर्डर पर केजरीवाल के इशारे पर ही छोड़ा गया, अफवाह फैलाकर लोगो को झूठ बोला गया की आनंद विहार, लाल कुंवा, कौशांबी में बसें तैयार है
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