पीएम मोदी की बात को विज्ञान ने भी प्रमाणित किया है
22 मार्च यानि रविवार को पीएम मोदी ने सभी देशवासियों से जनता कर्फ्यू का पालन करने की अपील की है। इस दौरान उन्होंने जनता से विनती की है कि लोगों को अपने घरों से बाहर न निकले। लोग दवाई, अनाज या अन्य किसी आपातकाल के समय तो घरों से बाहर निकल सकते हैं, लेकिन पीएम मोदी की अपील के अनुसार अन्य मामलों में सभी को घर रहकर ही काम करना होगा। पीएम मोदी की इस अपील से न केवल लोग बाहर के संक्रमण से बच पाएंगे, बल्कि इसके पीछे का बड़ा विज्ञान भी है, जिसका आपको पता होना चाहिए।
दरअसल, पीएम मोदी ने रविवार सुबह 7 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक सभी लोगों को अपने घरों में रहने को कहा है। यह वही समय होता है जब अधिकतर लोग अपने घरों से बाहर निकलते हैं। 7 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक घरों में रहने का मतलब होगा लोग लगभग पूरे दिन ही घर के अंदर रहेंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि बाहर वातावरण में, या फिर बाहरी चीजों की सतहों पर अगर कहीं से कोई वायरस मौजूद होगा, तो वह खुद ब खुद मर जाएगा और इससे लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाएगा।
बता दें कि कोरोना वायरस पर हुए शोधों के मुताबिक यह वायरस हवा में सिर्फ 3 घंटे तक जीवित रह सकता है। इसी के साथ कॉपर पर 4 घंटे और कार्डबोर्ड पर 24 घंटे तक जीवित रह सकता है। वहीं स्टेनलेस स्टील और प्लास्टिक की सतह पर कोरोना वायरस 72 घंटे तक जीवित रह सकता है। अब जब लोग 24 घंटों तक घर के अंदर रहेंगे तो बाहर वातावरण में मौजूद कोरोना वायरस पूरी तरह खत्म हो जाएगा और अगले दिन जब लोग घर से बाहर निकललेंगे तो उन्हें संक्रमण का खतरा कम होगा। हालांकि, प्लास्टिक और स्टील की सतह को समय-समय पर साफ़ रखना ज़रूरी है, क्योंकि यहाँ वायरस लंबे समय तक जीवित रहता है।
पीएम मोदी ने जनता कर्फ्यू के साथ ही रविवार यानि कल शाम 5 बजे अपने-अपने घरों में से ही ताली बजाकर, थाली बजाकर, घंटी बजाकर एकदूसरे का आभार जताने और इस वायरस से लड़ने के लिए एकजुटता दिखाने की भी अपील की है। ताली बजाने का यह आइडिया कोई नया नहीं है, बल्कि इससे पहले स्पेन में भी ऐसा किया जा चुका है। इटली और स्पेन में पहले ही लोग अपनी बालकनी में खड़े होकर इस वायरस के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता दिखाने के लिए ताली बजाने का कार्यक्रम कर चुके हैं, और इससे जुड़ी videos सोशल मीडिया पर वायरल भी हो चुकी हैं।
Rachel
@OhRachellll
Captured on the streets of Milan, Italy. People clapping, cheering and reassuring each other that things are gonna be okay. Tutto andrà bene
इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे इटली के लोग ताली और थाली बजाकर एक दूसरे को आभार जता रहे हैं और एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। थाली या घंटा बजाने के पीछे भी बहुत बड़ा विज्ञान छुपा है और इससे नकारात्मक शक्तियाँ दूर रहती हैं। वैज्ञानिक शोधों के मुताबिक, घंटे बजाने की आवाज से हमारे दिमाग के दोनों लेफ्ट और राइट हिस्से एकदम संतुलित हो जाते हैं और आपको अच्छा महसूस होता है। किसी भी घंटी से 7 सेकंड तक इको यानि गूंज उत्पन्न होती है और उससे मन को शांति मिलती है। कोरोना के समय जब चारों ओर चिंता और डर का माहौल है। ऐसे समय में इन क्रियाओं से मन को शांति मिलना तय है।
कल यानि रविवार को जनता कर्फ्यू में हिस्सा लेकर हम सब को कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में एकजुटता का संदेश देना होगा। पीएम मोदी की अपील के बाद केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारों तक, सभी ने जनता कर्फ्यू को सफल बानाने के लिए कई कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। इस जनता कर्फ्यू के पीछे का कारण सिर्फ एकजुटता ही नहीं, बल्कि विज्ञान भी है, और पीएम मोदी ने इसे समय रहते समझा है।
22 मार्च यानि रविवार को पीएम मोदी ने सभी देशवासियों से जनता कर्फ्यू का पालन करने की अपील की है। इस दौरान उन्होंने जनता से विनती की है कि लोगों को अपने घरों से बाहर न निकले। लोग दवाई, अनाज या अन्य किसी आपातकाल के समय तो घरों से बाहर निकल सकते हैं, लेकिन पीएम मोदी की अपील के अनुसार अन्य मामलों में सभी को घर रहकर ही काम करना होगा। पीएम मोदी की इस अपील से न केवल लोग बाहर के संक्रमण से बच पाएंगे, बल्कि इसके पीछे का बड़ा विज्ञान भी है, जिसका आपको पता होना चाहिए।
दरअसल, पीएम मोदी ने रविवार सुबह 7 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक सभी लोगों को अपने घरों में रहने को कहा है। यह वही समय होता है जब अधिकतर लोग अपने घरों से बाहर निकलते हैं। 7 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक घरों में रहने का मतलब होगा लोग लगभग पूरे दिन ही घर के अंदर रहेंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि बाहर वातावरण में, या फिर बाहरी चीजों की सतहों पर अगर कहीं से कोई वायरस मौजूद होगा, तो वह खुद ब खुद मर जाएगा और इससे लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाएगा।
बता दें कि कोरोना वायरस पर हुए शोधों के मुताबिक यह वायरस हवा में सिर्फ 3 घंटे तक जीवित रह सकता है। इसी के साथ कॉपर पर 4 घंटे और कार्डबोर्ड पर 24 घंटे तक जीवित रह सकता है। वहीं स्टेनलेस स्टील और प्लास्टिक की सतह पर कोरोना वायरस 72 घंटे तक जीवित रह सकता है। अब जब लोग 24 घंटों तक घर के अंदर रहेंगे तो बाहर वातावरण में मौजूद कोरोना वायरस पूरी तरह खत्म हो जाएगा और अगले दिन जब लोग घर से बाहर निकललेंगे तो उन्हें संक्रमण का खतरा कम होगा। हालांकि, प्लास्टिक और स्टील की सतह को समय-समय पर साफ़ रखना ज़रूरी है, क्योंकि यहाँ वायरस लंबे समय तक जीवित रहता है।
पीएम मोदी ने जनता कर्फ्यू के साथ ही रविवार यानि कल शाम 5 बजे अपने-अपने घरों में से ही ताली बजाकर, थाली बजाकर, घंटी बजाकर एकदूसरे का आभार जताने और इस वायरस से लड़ने के लिए एकजुटता दिखाने की भी अपील की है। ताली बजाने का यह आइडिया कोई नया नहीं है, बल्कि इससे पहले स्पेन में भी ऐसा किया जा चुका है। इटली और स्पेन में पहले ही लोग अपनी बालकनी में खड़े होकर इस वायरस के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता दिखाने के लिए ताली बजाने का कार्यक्रम कर चुके हैं, और इससे जुड़ी videos सोशल मीडिया पर वायरल भी हो चुकी हैं।
Rachel
@OhRachellll
Captured on the streets of Milan, Italy. People clapping, cheering and reassuring each other that things are gonna be okay. Tutto andrà bene
कल यानि रविवार को जनता कर्फ्यू में हिस्सा लेकर हम सब को कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में एकजुटता का संदेश देना होगा। पीएम मोदी की अपील के बाद केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारों तक, सभी ने जनता कर्फ्यू को सफल बानाने के लिए कई कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। इस जनता कर्फ्यू के पीछे का कारण सिर्फ एकजुटता ही नहीं, बल्कि विज्ञान भी है, और पीएम मोदी ने इसे समय रहते समझा है।
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