दिल्ली हिंसा (Delhi violence) के बाद जैसे जैसे शांति होने लगी है और आम जनता सामान्य जीवन व्यतीत करन शुरू कर चुकी है, वैसे वैसे अब पुलिस ने दंगाइयों की जांच करना शुरू कर दी है.
दंगे की जाँच कर रही SIT ने ये पता लगाया है कि दिल्ली के शिव विहार के पास स्थित गोविन्द विहार में अवैध तेजाब फैक्ट्री का पता चला है. यहीं से आप से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के घर पर तेजाब पहुंचाया गया था और इस तेजाब से बम तैयार करके दंगाइयों ने प्रयोग किया था.
दिल्ली हिंसा (Delhi violence) में तकरीबन 44 लोगों ने अपनी जानें गंवाई हैं. इनमे पुलिसकर्मी के साथ साथ प्रदर्शनकारी, आम जनता सभी शामिल हैं. कई बेगुनाह भी इस हिंसा में मारे गए.
अब जब पुलिस मामले की जांच में जुटी है तो हर रोज़ नए नए खुलासे सामने आ रहे हैं जो बेहद चौंकाने वाले हैं. क्राइम ब्रांच को जांच के दौरान शिव विहार के पास स्थित गोविन्द विहार में अवैध तेजाब फैक्ट्री का पता चला है. यहां पानी की टंकियों में 60 हजार लीटर तेजाब मिला है. यह फैक्ट्री फिरोज खान नाम के व्यक्ति की बताई जा रही है.
ऐसी खबर भी सामने आई है कि इसी फैक्ट्री से हिंसा फ़ैलाने के लिए निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के घर पर तेज़ाब पहुँचाया गया था. ताहिर हुसैन की छत से पत्थर ही पत्थर बरामद हुए. वहां कुछ पत्थरों का चूरा भी था, जैसे वहां मोटे पत्थरों को कूटकर छोटा किया गया हो. साथ ही वहीं एक बड़ी सी गुलेल भी पड़ी थी. इसके अलावा कोल्ड ड्रिंक की बोतलों में पट्रोल भरा मिला है, जिनपर कपड़ा लगाकर उनसे बम बनाने की कोशिश हुई है. इसके अलावा कई कट्टे, बोरियां मिलीं, जिनमें से कुछ में पत्थर भी थे. इसके अलावा भारी मात्रा में तेजाब भी बरामद किया गया था.
इसी के साथ बड़ी बात ये भी है कि दंगे के आरोपित पार्षद ताहिर हुसैन और शाहरुख की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. ताहिर पर आइबी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) के कांस्टेबल अंकित शर्मा की हत्या का आरोप है. पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.
दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल पर पिस्टल तानने वाला शाहरुख भी फरार है. हवलदार रतन लाल को गोली मारने वाले की अब तक पहचान ही नहीं हुई है.
दंगे की जाँच कर रही SIT ने ये पता लगाया है कि दिल्ली के शिव विहार के पास स्थित गोविन्द विहार में अवैध तेजाब फैक्ट्री का पता चला है. यहीं से आप से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के घर पर तेजाब पहुंचाया गया था और इस तेजाब से बम तैयार करके दंगाइयों ने प्रयोग किया था.
दिल्ली हिंसा (Delhi violence) में तकरीबन 44 लोगों ने अपनी जानें गंवाई हैं. इनमे पुलिसकर्मी के साथ साथ प्रदर्शनकारी, आम जनता सभी शामिल हैं. कई बेगुनाह भी इस हिंसा में मारे गए.
अब जब पुलिस मामले की जांच में जुटी है तो हर रोज़ नए नए खुलासे सामने आ रहे हैं जो बेहद चौंकाने वाले हैं. क्राइम ब्रांच को जांच के दौरान शिव विहार के पास स्थित गोविन्द विहार में अवैध तेजाब फैक्ट्री का पता चला है. यहां पानी की टंकियों में 60 हजार लीटर तेजाब मिला है. यह फैक्ट्री फिरोज खान नाम के व्यक्ति की बताई जा रही है.
ऐसी खबर भी सामने आई है कि इसी फैक्ट्री से हिंसा फ़ैलाने के लिए निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के घर पर तेज़ाब पहुँचाया गया था. ताहिर हुसैन की छत से पत्थर ही पत्थर बरामद हुए. वहां कुछ पत्थरों का चूरा भी था, जैसे वहां मोटे पत्थरों को कूटकर छोटा किया गया हो. साथ ही वहीं एक बड़ी सी गुलेल भी पड़ी थी. इसके अलावा कोल्ड ड्रिंक की बोतलों में पट्रोल भरा मिला है, जिनपर कपड़ा लगाकर उनसे बम बनाने की कोशिश हुई है. इसके अलावा कई कट्टे, बोरियां मिलीं, जिनमें से कुछ में पत्थर भी थे. इसके अलावा भारी मात्रा में तेजाब भी बरामद किया गया था.
इसी के साथ बड़ी बात ये भी है कि दंगे के आरोपित पार्षद ताहिर हुसैन और शाहरुख की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. ताहिर पर आइबी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) के कांस्टेबल अंकित शर्मा की हत्या का आरोप है. पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.
दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल पर पिस्टल तानने वाला शाहरुख भी फरार है. हवलदार रतन लाल को गोली मारने वाले की अब तक पहचान ही नहीं हुई है.
Comments
Post a Comment