यूपी के ‘हज हाउस’ को योगी ने बनाया कोरोना वायरस के लिए 500 बेड का आइसोलेशन सेंटर!

पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है और अब तो भारत भी इससे अछूता नहीं रहा है। भारत में इस वायरस से बचने की तैयारियां पहले से भी की जा रही थी। पर अब जैसे-जैसे मामले बढ़ते जा रहे हैं वैसे-वैसे इस वायरस से निपटने के लिए तैयारियां भी बढ़ती जा रही है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कोरोना से निपटने के लिए गाजियाबाद के अर्थला स्थित आला हजरत हज हाउस में 500 बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाने की तैयारियां कर रही है।

इस सेंटर में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को रखा जाएगा जिससे कि वह अन्य लोगों से दूर रहें और किसी और को संक्रमित ना करें। हज हाउस में जिला अस्पताल के डॉक्टर भी रहेंगे जो कि इन सभी संदिग्धों की जांच करेंगे।

ADM गाजियाबाद सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह ने IANS को बताया,
 ‘हज हाउस में करीब 500 बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाया जा रहा है और निर्देशानुसार उसको लागू भी किया जाएगा। हज हाउस की पूरी तरीके से साफ सफाई, पानी और बिजली सप्लाई की व्यवस्था की जा रही है ताकि जो लोग यहां रुकें उनको दिक्कत न हो और डाक्टर्स द्वारा अच्छे से चेकअप हो सके। हमारी तरफ से इसको 1 हफ्ते में तैयार कर लिया जाएगा।’

उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और उत्तर प्रदेश सरकार इससे निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है जिसको लेकर गाजियाबाद के अर्थला स्थित हज हाउस में आइसोलेशन वार्ड बनाने की तैयारियां चल रही हैं। गौरतलब है कि अर्थला में करोड़ों रुपये की लागत से बनाए गए हज हाउस में हज यात्रियों के ठहरने के लिए कई बड़े कमरे बनाए गए हैं। यहाँ लोगों के रहने के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं भी हैं। बृहस्पतिवार को जिला प्रशासन और अल्पसंख्यक बोर्ड के अधिकारियों ने आइसोलेशन सेंटर बनाने के लिए हज हाउस का निरीक्षण किया था। इस निरिक्षण के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि तीन से चार दिनों में आइसोलेशन सेंटर बनाने का काम पूरा भी हो जायेगा।

बता दें कि ईरान के तेहरान से लौटकर आने वाले गाजियाबाद के एक कारोबारी में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी और पीड़ित फिलहाल दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में भर्ती हैं। CMO ने बताया कि, ‘कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। मास्क केवल उन्हीं लोगों के लिए जरूरी है जो कोरोना से संदिग्ध रूप से प्रभावित हैं। उनके अलावा किसी और को मास्क लगाने की जरूरत नहीं है।’ CMO ने कहा कि, ‘कोरोना कैसे फैलता है, इसके बारे में अभी कोई निर्धारित थ्योरी नहीं है, इसलिए इससे पैनिक होने की जरूरत नहीं है। केवल हाथों की सफाई का ध्यान जरूर रखें।’ CMO ने कहा कि, ‘आरएमएल में भर्ती कोरोना पीड़ित कारोबारी की हालत में सुधार है, इससे लग रहा है कि कोरोना उतना घातक नहीं है जितना बताया जा रहा है।’


योगी सरकार ने ऐतिहात के तौर पर पहले से ही तैयारियां करना शुरू कर दिया है। बता दें कि किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KJMU) की लैब में आगरा के छह लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सतर्क  हो गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMO) को विशेष सर्तकता बरतने और अलर्ट रहने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि इससे बचाव के लिए जरूरी सभी उपाए किए जाएँ और लोगों को इलाज के लिए बेहतर सुविधाएं दी जाएं। योगी सरकार का यह कदम दिखाता है कि उनकी सरकार स्वस्थ्य और सुरक्षा को धर्म से पहले रखती है।

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