कॉन्ग्रेस के लिए गुजरात से बुरी खबर: 2 MLA हुए बागी, सौंपा इस्तीफा, राज्यसभा टिकट के मामले पर फँसा पेंच
राज्यसभा में सीट बँटवारे को लेकर नाराज कॉन्ग्रेस के दो विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, एक अन्य विधायक के इस्तीफा देने की खबर है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद एक ओर जहाँ मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, वहीं अब गुजरात से भी कॉन्ग्रेस के लिए बुरी खबर आई है। राज्यसभा में सीट बँटवारे को लेकर नाराज कॉन्ग्रेस के दो विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है जबकि एक अन्य विधायक के इस्तीफा देने की खबर है। बताया जा रहा है कि कॉन्ग्रेस के दोनों विधायकों ने देर रात पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात करने के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया है। दोनों विधायकों के इस्तीफे की आधिकारिक घोषणा जल्द की जा सकती है।
जानकारी के मुताबिक, गुजरात कॉन्ग्रेस विधायक सोमा पटेल और जेवी काकडिया ने राज्यसभा में उनके समुदाय के सदस्य को न भेजे जाने से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सोमा पटेल ने राज्यसभा सीट कोली समुदाय को देने की माँग की थी। लेकिन गुजरात से कोली समुदाय के सदस्य को टिकट नहीं दिया गया। सोमा पटेल लिमडी से विधायक हैं, जबकि जेवी काकडिया धारी से विधायक हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले कॉन्ग्रेस ने अपने 14 विधायकों को गाँधीनगर से जयपुर रवाना कर दिया था। गुजरात कॉन्ग्रेस विधायक हर्षद रिबाड़िया ने कहा था कि हॉर्स ट्रेडिंग के भय से वे लोग खुद को राजस्थान शिफ्ट करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली बार के राज्यसभा चुनाव में भी कॉन्ग्रेस विधायकों को बीजेपी ने अपने पाले में लाने की कोशिश की थी। इस बार फिर से ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। इसलिए विधायकों को सुरक्षित रखकर उन्हें वोट देने की ट्रेनिंग दी जाएगी। विधायकों को एयरलिफ्ट करने के बावजूद गुजरात कॉन्ग्रेस अपने विधायकों को टूटने से नहीं बचा पा रही है।
बता दें कि गुजरात की चार राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को मतदान होगा। कॉन्ग्रेस और बीजेपी अपने-अपने पुराने राज्यसभा सदस्यों की जगह नए चेहरों पर दाँव लगाया है। मौजूदा विधायकों के आँकड़ों के लिहाज से दोनों पार्टियों के खाते में दो-दो सीटों के मिलने के समीकरण बन रहे हैं, लेकिन बीजेपी ने अपना तीसरा कैंडिडेट उतारकर मुकाबले को काफी दिलचस्प बना दिया है। भाजपा ने अपने तीन उम्मीदवार अभय भारद्वाज, रमीराबेल बारा व नरहरी अमीन को जिताने के लिए फुल प्रुफ रणनीति पर काम कर रही है। भाजपा तीन सीट जीतने का दावा कर रही है। विधानसभा में भाजपा के 103 जबकि कॉन्ग्रेस के 73 व एक निर्दलीय विधायक सहित सदस्य संख्या 74 है। एक प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए 36 मतों की आवश्यकता होगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद एक ओर जहाँ मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, वहीं अब गुजरात से भी कॉन्ग्रेस के लिए बुरी खबर आई है। राज्यसभा में सीट बँटवारे को लेकर नाराज कॉन्ग्रेस के दो विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है जबकि एक अन्य विधायक के इस्तीफा देने की खबर है। बताया जा रहा है कि कॉन्ग्रेस के दोनों विधायकों ने देर रात पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात करने के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया है। दोनों विधायकों के इस्तीफे की आधिकारिक घोषणा जल्द की जा सकती है।
जानकारी के मुताबिक, गुजरात कॉन्ग्रेस विधायक सोमा पटेल और जेवी काकडिया ने राज्यसभा में उनके समुदाय के सदस्य को न भेजे जाने से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सोमा पटेल ने राज्यसभा सीट कोली समुदाय को देने की माँग की थी। लेकिन गुजरात से कोली समुदाय के सदस्य को टिकट नहीं दिया गया। सोमा पटेल लिमडी से विधायक हैं, जबकि जेवी काकडिया धारी से विधायक हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले कॉन्ग्रेस ने अपने 14 विधायकों को गाँधीनगर से जयपुर रवाना कर दिया था। गुजरात कॉन्ग्रेस विधायक हर्षद रिबाड़िया ने कहा था कि हॉर्स ट्रेडिंग के भय से वे लोग खुद को राजस्थान शिफ्ट करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली बार के राज्यसभा चुनाव में भी कॉन्ग्रेस विधायकों को बीजेपी ने अपने पाले में लाने की कोशिश की थी। इस बार फिर से ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। इसलिए विधायकों को सुरक्षित रखकर उन्हें वोट देने की ट्रेनिंग दी जाएगी। विधायकों को एयरलिफ्ट करने के बावजूद गुजरात कॉन्ग्रेस अपने विधायकों को टूटने से नहीं बचा पा रही है।
बता दें कि गुजरात की चार राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को मतदान होगा। कॉन्ग्रेस और बीजेपी अपने-अपने पुराने राज्यसभा सदस्यों की जगह नए चेहरों पर दाँव लगाया है। मौजूदा विधायकों के आँकड़ों के लिहाज से दोनों पार्टियों के खाते में दो-दो सीटों के मिलने के समीकरण बन रहे हैं, लेकिन बीजेपी ने अपना तीसरा कैंडिडेट उतारकर मुकाबले को काफी दिलचस्प बना दिया है। भाजपा ने अपने तीन उम्मीदवार अभय भारद्वाज, रमीराबेल बारा व नरहरी अमीन को जिताने के लिए फुल प्रुफ रणनीति पर काम कर रही है। भाजपा तीन सीट जीतने का दावा कर रही है। विधानसभा में भाजपा के 103 जबकि कॉन्ग्रेस के 73 व एक निर्दलीय विधायक सहित सदस्य संख्या 74 है। एक प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए 36 मतों की आवश्यकता होगी।
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