कांग्रेस में बगावत के संकेत, 16 विधायक पहुंचे बेंगलुरू

कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तकरार फरवरी में वचनपत्र को लेकर शुरू हुई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि अगर वचनपत्र के वादे सरकार पूरा नहीं कर पाई तो वो सड़कों पर उतर के विरोध प्रदर्शन करेंगे।

होली के एक दिन पहले मध्यप्रदेश की कांग्रेस पार्टी में बगावत के संकेत मिले, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्रुप के 16 कांग्रेस विधायक बेंगलुरू पहुंच गए। बताया जा रहा है कि उन 16 विधायकों में 6 लोग मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री के पद पर कार्यरत हैं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुलाई बैठक
मध्यप्रदेश में सियासी बगावत की खबर लगते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आपातकालीन बैठक बुलाई। इस घमासान को देखते हुए बीजेपी सरकार ने भी अपने विधायक दलों की मंगलवार को मीटिंग बुलाई है। आसार नजर आ रहे हैं कि ऐसी परिस्थिति में बीजेपी मध्यप्रदेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है। बता दें कि बेंगलुरू पहुंचने के बाद सभी विधायकों के फोन बंद आ रहे हैं।
कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच शुरू हुआ तकरार
रिपोर्ट के अनुसार कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तकरार फरवरी में वचनपत्र को लेकर शुरू हुआ था। उस समय वचनपत्र को लेकर कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया में बहस छिड़ गई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि अगर वचनपत्र के वादे सरकार पूरा नहीं कर पाई तो वो सड़कों पर उतर के विरोध प्रदर्शन करेंगे। जिसके जवाब में कमलनाथ ने कहा था कि उतर जाएं।
राज्यसभा चुनाव में हो सकती है गड़बड़
मध्यप्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों पर चुनाव होने वाले हैं। जिसकी तारीख 26 मार्च तय हो चुकी है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के पास सपा बसपा और निर्दलीय मिलाकर कुल 121 विधायक हैं। वहीं बीजेपी के पास 107 सीट है। अगर कोई पार्टी इस चुनाव में जीतना चाहती है तो उसके पास 58 विधायकों का समर्थन होना चाहिए। जिसको ध्यान में रखकर ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि कांग्रेस 2 और बीजेपी 1 सीट पर चुनाव जीत सकती है। लेकिन अभी के सियासी बवाल के कारण दोनों पार्टियों की बाजी में फर्क आ सकता है।

Comments