दिल्ली में हवा बीजेपी के पक्ष में देख EVM में छेड़छाड़ का राग अलापने वाली गैंंग एक बार फिर सक्रिय हो गयी है
लेफ्ट लिबरल गैंग ट्विटर पर EVM को लेकर सवाल खड़े करने शुरू कर चुके हैं। इनमें से सबसे पहला नाम आता है AAP से निकाले गए प्रशांत भूषण का। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “आखिर अमित शाह यह क्यों कह रहे हैं कि दिल्ली चुनाव का परिणाम सभी को चौंका देगा? इसका मतलब है कि वह जानते हैं कि सभी को उम्मीद है कि AAP की जीत होगी और बीजेपी हार जाएगी। क्या वह ईवीएम से छेड़छाड़ करके कुछ योजना बना रहे हैं? या फिर कुछ और योजना है?”
यही नहीं अपने आप को एक्टिविस्ट कहने वाली कविता कृष्णन को तो ऐसा लग रहा है कि BJP अब बस जीतने ही जा रही है। उन्होंने ट्वीट किया, “ तो आखिर अमित शाह का कहना है कि दिल्ली चुनाव परिणाम कई लोगों को “झटका” देगा? क्यों? अगर बीजेपी को भरोसा है कि हर कोई उनका समर्थन कर रहा है और उन्हें वोट दे रहा है, तो नतीजों से सभी को झटका क्यों लगेगा? नहीं? यदि वे बीजेपी को वोट नहीं देते हैं, तभी उन्हें झटका लगेगा। तो क्या शाह EVM से छेड़छाड़ की ओर इशारा कर रहे हैं?”
यहां तक कि पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री, पी. चिदंबरम ने भी मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री, अमित शाह की टिप्पणियों पर इसी तरह की टिप्पणी की। उन्होंने ट्वीट किया, “गृह मंत्री के बयान का क्या मतलब है कि दिल्ली चुनाव के परिणाम देश को झटका देंगे।” उन्होंने आगे लिखा, “दिल्ली के चुनाव अधिकारियों को यह आश्वस्त करना चाहिए कि वह चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होने देंगे।”
यही नहीं अपने एंटी BJP प्रोपोगेंडे के लिए चर्चित न्यूज़ पोर्टल The Quint तो पहले भी EVM पर रोना रो चुका है। इस बार बार भी ये चुप नहीं रहे और लोक सभा चुनावों के दौरान चुनाव आयोग पर ही सवाल खड़ा करते हुए एक लेख लिख दिया था ।
ऐसे ही और कई लिबरलों द्वारा इसी प्रकार का ट्वीट करते देखा जा सकता है।
ईवीएम से छेड़छाड़ और चुनाव आयोग पर आरोप लगाने वाले यही कहते दिख रहे हैं भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनावों में हेरफेर कर रही है। इनके बयानों और ट्वीट देख कर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे अमित शाह के एक बयान को इस प्रकार से गलत अर्थ लगा कर EVM का रोना शुरू कर दिया है।
यह EVM का रोना महत्वपूर्ण है क्योंकि दिल्ली में मुख्य मुकाबला AAP और BJP के बीच है क्योंकि अगर BJP जीतती है तो विक्टिम कार्ड खेला जा सके। इससे केजरीवाल को भी EVM का रोना रोने में आसानी होगी। AAP के सुप्रीमो और दिल्ली के सीएम केजरीवाल पहले से ही चुनाव आयोग और EVM पर दोष मढ़ने के लिए बदनाम हैं। जब भी वह चुनाव हारते हैं तो ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हैं। ये केजरीवाल ही हैं जिन्होंने EVM पर सवाल उठाने और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र देश की चुनावी प्रक्रिया पर संदेह पैदा करने की लगातार कोशिश की है। लिबरल गैंग का EVM के अलाप से एक बात और स्पष्ट होती है और वह है BJP की जीत का संकेत। जब भी वे EVM का रोना शुरू करते हैं इसका मतलब यही होता है कि BJP दिल्ली में शानदार जीत की ओर बढ़ रही है।
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