मुझे राम से कोई मतलब नहीं है? लेकिन राम मंदिर ट्रस्ट में हिस्सा चाहिए: उदित राज

नई दिल्ली, 7 फ़रवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राम मंदिर ट्रस्ट ‘श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ का एलान कर दिया। इसके बाद अमित शाह ने कहा की, इस ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगें। जिसमें से एक दलित होगा।

कांग्रेस नेता और स्वघोषित दलितों के पुरोधा उदित राज ने भी ‘श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ में खुद को शामिल करने की मांग की है। हालाँकि उदित राज ने साफ़ कर दिया है की उनमें भगवान राम के प्रति कोई आस्था नहीं है। उन्हें बस भगवान राम के नाम पर आने वाले पैसों से मतलब है। इसलिए ट्रस्ट में शामिल होना चाहते हैं।
उदित राज ने ट्वीट में लिखा- “राम” में हिस्सा नहीं चाहिये। लेकिन राम के नाम पर जो सरकारी ट्रस्ट है, उसमें संवैधानिक भागीदारी चाहिये। गौरतलब है की सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामलें पर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए मोदी सरकार को आदेश दिया था की तीन महीनें के अंदर ट्रस्ट बनाकर राम मंदिर का निर्माण शुरू किया जाय।


Dr. Udit Raj

@Dr_Uditraj
 "राम" में हिस्सा नहीं चाहिये।
राम के नाम पर जो सरकारी ट्रस्ट है,  उसमें सांविधानिक भागीदारी चाहिये।
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2:43 PM - Feb 7, 2020 · New Delhi, India
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सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, मोदी सरकार ने ‘श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट का ऐलान कर दिया। इस ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी शामिल हैं। जिसमें एक दलित भी है।

इसके अलावा उदित राज ने कहा, केंद्र सरकार द्वारा गठित राम मंदिर ट्रस्ट पूर्ण रूप से असंवैधानिक है। इसमें सिर्फ ब्राहमणों को क्यों रखा गया है। अपवाद में एक दलित को दिखावे के लिये रखा। घोषित ट्रस्ट को भंग कर सांविधानिक प्रावधानों के अनुरुप ट्रस्ट बने, जिसमें SC, ST, OBC और महिलाओं को भी भागीदारी मिले।

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