नई दिल्ली, 12 फ़रवरी: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित किये गए जिसमें आम आदमी पार्टी की फिर से बहुमत के साथ सरकार बन गई, चुनाव जीतने के लिए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से कई चीजें मुफ्त में देने के वादे किये जिसपर जनता ने भरोसा किया और आप पार्टी को जमकर वोट दिए, लेकिन अब अरविन्द केजरीवाल को अपने वादों को पूरा भी करना पड़ेगा जिसकी वजह से उनका तेल भी निकलेगा।
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने तीन महीनों से दिल्ली की जनता को बिजली कर पानी का बिल भेजना बंद कर दिया जिसकी वजह से जनता को लगा कि केजरीवाल ने बिजली पानी मुफ्त कर दिया है, यही सोचकर जनता ने केजरीवाल को वोट दिया है लेकिन अब चुनाव ख़त्म हो गए हैं, तीन महीनें से रोका गया बिल जनता को ही भरना होगा, जब जनता को तीन महीनें का इकठ्ठा बिल मिलेगा तो उन्हें जोर का झटका लगेगा। हो सकता है कि तीन महीनें का बिल केजरीवाल दिल्ली के खजाने से जमा कर दें लेकिन बाद में इसका बोझ भी जनता पर ही पड़ेगा।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली की महिलाओं के लिए डीटीसी बसों का किराया मुफ्त कर दिया है, केजरीवाल ने यह चुनावी स्टंट वोट लेने के लिए किया था लेकिन अब उन्हें पांच साल तक बसों का किराया मुफ्त करना पड़ेगा, अगर उन्होंने यह योजना बंद की तो पूरे देश में उनके प्रति नकारात्मक सन्देश जाएगा और उनकी पोल खुल जाएगी, इसके बाद कोई उनपर भरोसा नहीं करेगा। अगर केजरीवाल किराया मुफ्त करेंगे तो दिल्ली के खजाने पर काफी बड़ा बोझ पड़ेगा जिसका बोझ जनता को ही सहन करना पड़ेगा, जनता मुफ्त में बसों में सफर तो कर सकेगी लेकिन रोड, इंफ्रास्ट्रक्चर, अस्पताल, स्कूल, अस्पताल आदि का विकास रुक जाएगा।
इसी तरह से डेढ़ लाख CCTV कैमरा लगाने, सरकारी स्कूल बनवाने, फ्री वाई फाई लगाने, फ्री शिक्षा, दवाई देने का वादा किया गया है जिसके लिए दिल्ली के खजाने पर बहुत बड़ा बोझ बढ़ेगा जिसकी भरपाई या तो जनता को करनी पड़ेगी या विकास कार्यों से समझौता करना पड़ेगा। अगर केजरीवाल मुफ्त बांटों योजनाएं जारी रखेंगे तो दिल्ली का विकास रुक जाएगा और दिल्ली वर्ल्ड क्लास सिटी नहीं बन पाएगी।
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने तीन महीनों से दिल्ली की जनता को बिजली कर पानी का बिल भेजना बंद कर दिया जिसकी वजह से जनता को लगा कि केजरीवाल ने बिजली पानी मुफ्त कर दिया है, यही सोचकर जनता ने केजरीवाल को वोट दिया है लेकिन अब चुनाव ख़त्म हो गए हैं, तीन महीनें से रोका गया बिल जनता को ही भरना होगा, जब जनता को तीन महीनें का इकठ्ठा बिल मिलेगा तो उन्हें जोर का झटका लगेगा। हो सकता है कि तीन महीनें का बिल केजरीवाल दिल्ली के खजाने से जमा कर दें लेकिन बाद में इसका बोझ भी जनता पर ही पड़ेगा।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली की महिलाओं के लिए डीटीसी बसों का किराया मुफ्त कर दिया है, केजरीवाल ने यह चुनावी स्टंट वोट लेने के लिए किया था लेकिन अब उन्हें पांच साल तक बसों का किराया मुफ्त करना पड़ेगा, अगर उन्होंने यह योजना बंद की तो पूरे देश में उनके प्रति नकारात्मक सन्देश जाएगा और उनकी पोल खुल जाएगी, इसके बाद कोई उनपर भरोसा नहीं करेगा। अगर केजरीवाल किराया मुफ्त करेंगे तो दिल्ली के खजाने पर काफी बड़ा बोझ पड़ेगा जिसका बोझ जनता को ही सहन करना पड़ेगा, जनता मुफ्त में बसों में सफर तो कर सकेगी लेकिन रोड, इंफ्रास्ट्रक्चर, अस्पताल, स्कूल, अस्पताल आदि का विकास रुक जाएगा।
इसी तरह से डेढ़ लाख CCTV कैमरा लगाने, सरकारी स्कूल बनवाने, फ्री वाई फाई लगाने, फ्री शिक्षा, दवाई देने का वादा किया गया है जिसके लिए दिल्ली के खजाने पर बहुत बड़ा बोझ बढ़ेगा जिसकी भरपाई या तो जनता को करनी पड़ेगी या विकास कार्यों से समझौता करना पड़ेगा। अगर केजरीवाल मुफ्त बांटों योजनाएं जारी रखेंगे तो दिल्ली का विकास रुक जाएगा और दिल्ली वर्ल्ड क्लास सिटी नहीं बन पाएगी।
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